मध्य प्रदेश के जबलपुर में भी एक यूपी की ज्योति शर्मा जैसा कैसे देखने मिला है जहां एक शिक्षक की नौकरी करने वाले पति ने अपनी पति को सरकारी शिक्षिका बनाया और पत्नी का जबलपुर ट्रांसफर होते ही पत्नी किसी और व्यक्ति के साथ जबलपुर में लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि रामजी पटेल की शादी रोशनी पटेल से 25 मई सन 2002 में हुई थी जब राम जी की शादी रोशनी से हुई तो रोशनी फर्स्ट ईयर में थी और राम जी शिक्षक की नौकरी करते थे तभी शादी के बाद रोशनी ने इच्छा जताई कि वह भी आगे पढ़ना चाहती है उसी के बाद राम जी ने बिना कुछ सोचे समझे रोशनी की पढ़ाई अपनी पगार से कराना शुरू की रोशनी ने एम.ए और बी.टी.ई की पढ़ाई शुरू की पढ़ाई करने के बाद रोशनी ने भी शिक्षा विभाग में अप्लाई किया और 2009 में रोशनी सरकारी शिक्षक बन गई जिसके बाद राम जी और रोशनी मैहर के पास सरकारी स्कूल में पदस्थ थे।
सब कुछ सही चल रहा था लेकिन 2015 में रोशनी का ट्रांसफर जबलपुर के एक सरकारी स्कूल में कर दिया गया और राम जी मैहर में ही पदस्थ रहे। जबलपुर में रोशनी की मुलाकात श्याम सुंदर पटेल नाम के एक व्यक्ति से हुई जो कटनी जिले में शिक्षक का कार्य करता है। श्यामसुंदर से मिलते ही रोशनी ने अपने पति को धोखा देना शुरू कर दिया।
अचानक शादी के 17 साल बाद रोशनी को याद आता है कि राम जी दहेज के लिए प्रताड़ित करता है पति से छुटकारा पाने के लिए 2018 में रोशनी ने राम जी के खिलाफ पुलिस में दहेज प्रताड़ना का केस करते हुए अपने दोनों बच्चे को लेकर अलग रहने लगी। परेशान राम जी ने जनसुनवाई के माध्यम से जबलपुर के एसपी कार्यालय कलेक्टर कार्यालय को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जाकर न्याय की गुहार लगाई। साथ ही कटनी जिले में पदस्थ श्याम सुंदर पटेल की शिकायत भी तमाम कार्यालय में की।
रामजी पटेल पटेल बताते हैं कि उन्हें अपनी पत्नी के नाम पर 50 लाख की कीमत के तीन प्लाट लेकर रखे हैं शादी के बाद एक उन्होंने एक मकान भी बनवाया हुआ था पत्नी की पढ़ाई में पैसा लग गया और मकान का काम आज भी अधूरा पड़ा है रोशनी और श्याम सुंदर को साथ देखने के बाद राम जी ने इस बात की आपत्ति जताई तो श्याम सुंदर राम जी को जान से मारने की धमकी देने लगा। रोशनी पटेल जहां रहती है वहां श्याम सुंदर पटेल का आना-जाना लगा रहता है। राम जी का कहना है कि दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं श्याम सुंदर को आते-जाते कई बार राम जी ने खुद देखा है।