छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर में पिछले दिनों हुई गैंगरेप मामले मे ASI का लड़का भी शामिल था इसके अतिरिक्त 10 और लोग भी वारदात को अंजाम देने में शामिल थे इन 11 लोगों ने हैवानियत की हद पार करते हुए गैंगरेप किया था जिसमें असी दीपक साहू का बेटा कृष्णा साहू भी शामिल था गैंग रेप केस की जांच पड़ताल में जब ASI के बेटे के नाम सामने आने की पुष्टि हुई तो पिता दीपक साहू ने अपने लड़के को गिरफ्तार कर थाने ले गए इसके बाद SSP को पत्र लिखकर खुद का स्थानांतरण करने की मंजूरी मांगी पत्र में दीपक साहू ने लिखा कि जांच प्रभावित न हो और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो इसलिए मैं इसके से अपना नाम अलग करना चाहता हूं
और सी को तबादला करने का रिक्वेस्ट किया जिस पर SSP प्रशांत अग्रवाल ने ASI दीपक साहू का आवेदन मंजूर कर उनका स्थानांतरण मुगजहन थाने में कर किया असल में दीपक साहू अपने लड़के की हरकतों की वजह से पहले ही बहुत परेशान थे परंतु इस तरह के अपराधिकृत में लीन होने के बाद ASI बहुत गुस्से में थे और अपने लड़के को गिरफ्तार कर थाने खुद लेकर आए थे
यह पूरा घटना रक्षाबंधन के दिन का है जब रात को 10:00 बजे दो बहने एक युवक के साथ राखी बांधकर वापस लौट रही थी तभी रिम्स कॉलेज के पास अपराधियों का एक झुंड रास्ता रोका और युवक की पिटाई कर दी उसके बाद सुनसान सड़क पर दोनों सगी बहनों के साथ गैंगरेप किया जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत एक्शन में आकर आरोपियों की धर पकड़ शुरू कर दी जिसमें 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है वहीं इस घटना का मुख्य आरोपी भाजपा मंडल उपाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण सिंह का बेटा बताया जा रहा है इसके खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं
घटना के 1 घंटे बाद लगभग 1:00 बजे प्रार्थियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह एक लड़के के साथ राखी बांधकर स्कूटी में दो बहने आ रही थी जहां एक बाइक सवार तीन युवकों ने हाथ दिखाकर गाड़ी रोका और लड़के के साथ मारपीट शुरू कर दी इसी बीच पीछे से तीन बाइक में और लड़के आए और दोनों बहनों को उठाकर ले गए साथ ही रास्ते में दुष्कर्म किया और डरा धमका कर पास रखा मोबाइल और पैसे भी लूट लिए जान से मारने की धमकी देकर दोनों बहनों को उठाकर ले गए घटना की सूचना जैसे ही पुलिस थाने को मिली पुलिस ने एक्शन मोड में आकर ssp प्रशांत अग्रवाल स्वयं थाने में पहुंच गए प्रार्थी पक्ष से घटना की जानकारी लेने के बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी जिसमें आरोपीयो की हुलिया से पहचान कर 10 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है